Short poem on rain in Hindi
Short poem on rain in Hindi
नैनो को जैसे ही मूंदे
गिर पड़ी इन पर बारिश की बूँदें
ये ठंडी सी बारिश की फुहार
लेकर आयी रंगो भरी बहार
चारों ओर हरियाली है छायी
काली घटा ने झमाझम बरस कर
सबके दिल को है ख़ुशी पहुंचाई
पंछी भी लगे हैं चहकने
रंग-बिरंगे फूल भी लगे हैं महकने
आसमान में इंद्रधनुष है बन आया
इस मौसम ने दिल को गजब का सुकून पहुँचाया
ऐ काली घटा तू आज इसी तरह जमकर बरस
भीगा दे उन सबको जो तेरे दीदार को गए थे तरस
बारिश की बूंदों ने पूरी धरती सुगंध से है महकाई
इस बारिश ने दिल को है ठंडी राहत पहुंचाई |
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