Pandavaas, Ishaan Dobhal - 'Dobhal Brothers', Time Machine Music Series, Phulari Cover
Pandavaas, Ishaan Dobhal - 'Dobhal Brothers', Time Machine Music Series, Phulari Cover
आज जहाँ कुछ लोग आधुनिकता के चक्कर में अपनी सभ्यता और संस्कृति को भूलते जा रहे हैं वहीँ आज भी समाज में कुछ लोग ऐसे हैं जो अपनी संस्कृति को बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं | इन्ही में से एक हैं ईशान डोभाल |
Ishaan Dobhal, Pandavaas
ईशान डोभाल ने अपने दो भाइयों कुणाल डोभाल और सलिल डोभाल के साथ मिलकर अपना एक म्यूजिक और वीडियो प्रोडक्शन हाउस बनाया जो उत्तराखंडी लोक-संस्कृतियों पर आधारित है | ईशान ने 2008 में म्यूजिक और वीडियो प्रोडक्शन हाउस खोला जिसका नाम Pandavaas है | इनकी टीम में कुछ ऐसे नए और युवा कलाकार शामिल थे जो संगीत के क्षेत्र में पूरे जुनून के साथ कार्य करना चाहते थे| ईशान ने Pandavaas की अपनी पूरी टीम के साथ मिलकर परंपरागत लोक-संगीत को कुछ नया और भावपूर्ण बनाने का लक्ष्य बनाया जिसे आज की पीढ़ी पसंद करे | अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए इन्होने कोई कसर नहीं छोड़ी और संगीत में नए-नए प्रयोग करते चले गए |Pandavaas
Pandavaas के द्वारा बनाये गए सभी गढ़वाली-कुमाऊंनी Music Videos को दुनिया भर में लोगों ने देखा, पसंद किया और उनके इस प्रयास को काफी सराहा गया | Pandavaas अपने हर एक गीत में लाजवाब स्टाइल स्टेटमेंट डालकर गीत को एक नया आयाम दे देते हैं जिसे लोगों द्वारा भी बहुत पसंद किया जाता है |Pandavaas, Srinagar Garhwal
Pandavaas उत्तराखंड की लोक रचनाओं को अलग-अलग शैली में पुनर्निर्मित कर दर्शकों के सामने उत्तराखंडी लोक-रचनाओं का एक नया स्वरुप लेकर आते हैं और उन्होंने अपने इस कार्य में काफी हद तक सफलता भी प्राप्त कर ली है क्यूंकि लाखों लोग उनके काम को पसंद कर रहे हैं और साथ ही उनके अदभुद प्रयासों की सराहना कर रहे हैं |पांडवाज क्रिएशन्स - Pandavaas Creations
ईशान डोभाल ने वर्ष 2008 में पांडवाज क्रिएशन्स (Pandavaas creation) की शुरुवात की | पढ़ाई पूरी करने के बाद संगीत में रूचि होने के कारण अपना एक म्यूजिक स्टूडियो खोला | कुछ ही महीनो बाद पहली एल्बम के लिए काम करना शुरू कर दिया | दोनों छोटे भाई कुणाल डोभाल और सलिल डोभाल ने भी पढ़ाई पूरी करने के बाद स्टूडियो में ही कार्य करना शुरू कर दिया | पांडवाज क्रिएशन्स ने अब तक 40 से भी ज़्यादा एल्बम बना चुके हैं जिन्हे काफी प्रसिद्धि मिली और लोगों ने इन्हे काफी पसंद भी किया |
पांडवाज टाइम मशीन - Pandavaas Time Machine
टाइम मशीन गीत - Time Machine Songs
टाइम मशीन सीरीज के अब तक तीन गाने रिलीज़ किये जा चुके हैं जिन्हे यू ट्यूब पर बहुत सराहना मिली और ये गीत लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुए | टाइम मशीन सीरीज द्वारा रिलीज़ किये गए गीतों की सूची निम्नांकित है -
- घुघुती बसुति (Ghughuti Bashuti)
- फुलारी (Fulari)
- शकुना दे (Shakuna de)
Time Machine, Rudraprayag ( Uttarakhand )
टाइम मशीन के सभी गीतों ने धूम मचा दी | केवल राष्ट्रीय ही नहीं अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी इन गीतों को सराहा गया | म्यूजिक वीडियो सीरीज का नाम टाइम मशीन रखने का भी एक दिलचस्प कारण है | हम जब इस सीरीज के गीतों को सुनते हैं तो गांव में बिताये गए अपने बचपन के पलों को याद करने लगते हैं और पहाड़ों की उन खूबसूरत वादियों को याद करते करते हैं तो ये गीत हमे वापस अपने बचपन अपने गांव की सैर करते हैं | इसी वजह से इस सीरीज का नाम टाइम मशीन रखा गया |
पांडवास गढ़वाली सांग - Pandavaas Garhwali Songs
टाइम मशीन सीरीज का पहला गीत "घुघुती बसुति" हमे हमारे गांव, खेत-खलिहानो, घर में रहने वाले बुजुर्गों के प्रेम-प्यार, पहाड़ों की सुन्दर वादियों के दर्शन कराता है |
वहीँ दूसरा गीत "फुलारी" मन को झकझोर कर रख देता है कि कैसे आज शहरों में रहकर हम अपनी संस्कृति को पूरी तरह से भूलते जा रहे हैं |
पांडवास कुमाऊनी गीत - Pandavaas Kumaoni Song
टाइम मशीन सीरीज का तीसरा गीत "शकुना दे" है जो एक पिता-बेटी के रिश्ते कि गहरायी को दर्शाने के साथ-साथ कुमाऊंनी शादी में होने वाले रीति-रिवाजों से परिचित करता है |
पांडवास ग्रुप - Pandavaas Group
पांडवाज ने लोकगीतों को फ्यूज़न और आकर्षक फिल्मांकन कर लोगों के दिलों में अपनी एक विशिष्ट पहचान बना ली है | आज शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो पांडवाज ग्रुप को ना जनता हो | इनके सभी गीत यू-ट्यूब पर काफी लोकप्रिय हुए | ईशान डोभाल, सलिल डोभाल और कुणाल डोभाल तीनो भाइयों की तिकड़ी ने ऐसा कमाल कर दिखाया कि लोग अपने पहाड़ मे छोड़े हुए घरों मे जाने को मजबूर हो गए |
"शकुना दे" Shakuna De Song, Uttarakhand
"शकुना दे" टाइम मशीन म्यूजिक वीडियो सीरीज का तीसरा गाना है | इस गाने को पाण्डवाज ग्रुप ने 23 दिसंबर 2017 को रिलीज़ किया था | इस गाने में एक पिता-बेटी के रिश्ते की गहराई का बहुत खूबसूरत तरीके से फिल्मांकन किया गया है जिसे लोगों ने काफी पसंद भी किया | रिलीज़ होते ही यह गाना लोगों की जुबां पर चढ़ गया | इस गीत ने यू-ट्यूब पर भी धूम मचा दी | लाखों लोगों ने इस गीत को देखा और पसंद किया |
"शकुना दे" Shakuna De Kumauni Song
Shakuna De, Time Machine 3 गीत को अंजलि खरे और ईशान डोभाल ने अपनी आवाज़ दी है | वैसे तो "शकुना दे" यह कुमाऊँ का एक पुराना पारम्परिक लोकगीत है लेकिन इसमें कुछ और लिरिक्स भी जोड़ी गई हैं | इसमें निम्नांकित कलाकारों ने अपना योगदान दिया :
Additional Lyrics : Deepak Mehta
Director : Kunal Mehta
Music : Ishaan Dobhal
Actor : Priya Adhikari, Agrahya Rathaur
Shakuna De, Time Machine 3 गीत को अंजलि खरे और ईशान डोभाल ने अपनी आवाज़ दी है | वैसे तो "शकुना दे" यह कुमाऊँ का एक पुराना पारम्परिक लोकगीत है लेकिन इसमें कुछ और लिरिक्स भी जोड़ी गई हैं | इसमें निम्नांकित कलाकारों ने अपना योगदान दिया :
Additional Lyrics : Deepak Mehta
Director : Kunal Mehta
Music : Ishaan Dobhal
Actor : Priya Adhikari, Agrahya Rathaur
फुलारी गीत - Phulari Garhwali Song
फुलारी गीत नरेंद्र सिंह द्वारा रचित गीत है | यह पांडवाज ग्रुप के टाइम मशीन म्यूजिक वीडियो सीरीज के द्वारा प्रस्तुत किया गया दूसरा गढ़वाली गीत था जिसे लोगों का बेशुमार प्यार मिला | इस गीत में पहाड़ों में मनाये जाने वाले एक त्यौहार 'फूलदेई' (fooldeyi) के बारे में बताया गया है | इस गीत में यह दर्शाया गया है कि कैसे गांव में बच्चे घरों की दहलीज़ पर फूल डालने जाते हैं लेकिन बहुत सरे घर वीरान पड़े होते हैं | ये देखकर बच्चों का मन दुखी हो जाता है |
Phulari Cover
फूलदेई (Phulari) के इस गीत ने लोगों पर अपनी ऐसी अमिट छाप छोड़ी कि कई लोग ना जाने कितने सालों के बाद शहरों से वापस अपने गांव अपने घरों की ओर कुछ दिन बिताने आये |
इस गीत का प्रभाव केवल भारत में ही नहीं बल्कि अमेरिका और वर्जीनिया जैसे जगहों पर भी देखने को मिला | इस गीत को देखने के बाद वहां बसे पहाड़ी लोगों ने भी विदेश में रहकर अपने इस त्यौहार को मनाया | एक वीडियो देखने को मिला जिसमे वहां रहने वाले कुछ बच्चें फूलदेई का त्यौहार मनाते हुए नज़र आते हैं |
इस गीत का प्रभाव केवल भारत में ही नहीं बल्कि अमेरिका और वर्जीनिया जैसे जगहों पर भी देखने को मिला | इस गीत को देखने के बाद वहां बसे पहाड़ी लोगों ने भी विदेश में रहकर अपने इस त्यौहार को मनाया | एक वीडियो देखने को मिला जिसमे वहां रहने वाले कुछ बच्चें फूलदेई का त्यौहार मनाते हुए नज़र आते हैं |
Phulari, Time Machine Episode 2
NDTV के प्राइम टाइम में भी पत्रकार रविश कुमार द्वारा इस गीत को TV पर जगह दी गयी | इसी बात से इस गीत की लोकप्रियता के अंदाज़ा लगाया जाता है | फुलारी गीत को कविंद्र सिंह नेगी और अंजलि खरे ने गाया है | इस गीत में अपना अमूल्य योगदान देने वाले कलाकार निम्नलिखित हैं :
Additional Lyrics : Prem Mohan Dobhal
Video : Kunal Mehta
Music : Ishaan Dobhal
DOP : Salil Dobhal
Actor : Students of The Creative Academy, Kavindra Singh Negi & Anoop Dobriyal
DOP : Salil Dobhal
Time Machine Episode 4
बहुत ही जल्द "पाण्डवाज क्रिएशन्स" द्वारा टाइम मशीन म्यूजिक वीडियो सीरीज का चौथा गाना भी रिलीज़ किया जायेगा | इस गाने की रिलीज़ का सभी को बेसब्री से इंतज़ार है |Film By Pandavaas
बहुत ही जल्द पाण्डवाज क्रिएशन्स एक फिल्म भी रिलीज़ करने वाले हैं जिसके लिए उन्होंने फण्ड इकटठा करने के लिए सभी ऑडियंस से सपोर्ट करने की भी गुज़ारिश की है | यह लघु फिल्म भी उत्तराखंड की लोकसंस्कृति की छटा बिखेरती हुई नज़र आएगी |
The Pandavaas Fusion Band
ईशान डोभाल ने अपने दो भाइयों सलिल डोभाल और कुणाल डोभाल के साथ मिलकर पांडवाज नाम का अपना एक फ्यूज़न बैंड बनाया | इनका ग्रुप पारम्परिक लोकगीतों को एक नए फ्यूज़न के साथ तैयार कर लोगों के सामने लाता है | पांडवाज ग्रुप का मुख्य उद्देश्य अपनी लोक-संस्कृति को बचाये रखना है और इसे उन लोगों तक पहुँचाने का लक्ष्य है जो अपने पहाड़ों को छोड़ दूर शहरों में या विदेशों में बस चुके हैं ताकि आगे आने वाली पीढ़ी अपनी संस्कृति को भूला ना दे |
Pandavaas Music Studio, Srinagar
पांडवाज स्टूडियो (पांडवाज क्रिएशन्स प्राइवेट लिमिटेड) बुघाणी रोड, श्रीनगर उत्तराखंड में है | पांडवाज स्टूडियो में डोभाल ब्रदर्स की तिकड़ी द्वारा पारम्परिक कुमाऊंनी-गढ़वाली लोकगीतों को एक नए अंदाज़ में रिक्रिएट करते हैं |Pandavaas Music Group
पांडवाज ग्रुप उत्तराखंड की लोक-संस्कृति को सभी लोगों तक पहुँचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं |अपने इस प्रयास में उन्होंने उत्तराखंड के अन्य कई दिग्गज गीतकारों जैसे नरेंद्र सिंह नेगी, किशन महिपाल आदि के साथ मिलकर लोकगीतों को एक नया आयाम दिया है|
टाइम मशीन सीरीज के दो गीत नरेंद्र सिंह नेगी द्वारा रचित पारम्परिक लोकगीत है जिन्हे पांडवाज म्यूजिक ग्रुप ने मिलकर एक नए फ्यूज़न के साथ तैयार किया है|
Pandavaas Creation Songs
पांडवाज ने 2014 में "नंदा तेरा डोला" में संगीत दिया | रंचना गीत और हुरणी को दिना गीत भी लोगों द्वारा काफी पसंद किया गया जिसमे इन्होने उत्तराखंड की वादियों और संस्कृति को दर्शाया है | 2016 में "साथ माया को" एल्बम लांच की | 2016 में "गढ़वाली कविता" नाम की वेब सीरीज लांच की जिसमे उत्तराखंड के कवियों द्वारा रचित गढ़वाली कविताओं को लोगों तक पहुँचाने के लिए एक मंच प्रदान किया गया | 2017 में पांडवाज क्रिएशन्स ने टाइम मशीन म्यूजिक वीडियो सीरीज लांच की | 2017 में ही उन्होंने "Looms of Ladakh" नामक documentary लांच की | 2016 में लांच की गयी एल्बम "Sath Maya Ko" एल्बम के गीतों की लिस्ट निम्नांकित है :
- जांदुरि रुणाई
- घंडयाल देव
- त्वे तें सलाम
- मेरी साथणी
- सर कुम्येली सर
- बूटी जाली तोर
- आंख्यों सनकानदी तू
- साथ माया को
Sun Jaa Baat Meri Haan Garhwali Song
राजेंद्र नेगी ने "सारि बांद" के गीत "सुन जा बात मेरी हाँ" को अपना स्वर दिया है | 2014 में एक नए अंदाज़ में दर्शकों के सामने इस गीत को प्रस्तुत किया गाया | इस गीत के संगीत को बनाने में ईशान डोभाल ने अपना योगदान दिया है | यह गढ़वाली गीत आज लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है |
Fyolandiya Garhwali Song By Kishan Mahipal
एक ऐसा गढ़वाली गीत जिसने आते ही धूम मचा दी | हम बात कर रहे हैं - "फ्योंलड़िया" गीत की जिसे स्वर्गीय शिव प्रसाद पोखरियाल ने अपने शब्दों से सजाया था | इस गीत के नए संस्करण को गीतकार किशन महिपाल ने गाया है और इसका संगीत ईशान डोभाल ने दिया है | आज उत्तराखंड में कोई भी फंक्शन हो शादी, पार्टी या फिर स्कूल में होने वाले फंक्शन ये गाना आपको ज़रूर सुनाई देगा | यह गीत यू-ट्यूब पर 14 मिलियन व्यूज के साथ अब तक का सबसे प्रसिद्ध गढ़वाली गीत बन चुका है|
Meri Gajina Garhwali Song
"मेरी गाजीणा" गीत को धूम सिंह रावत ने स्वर दिया है | इस गाने में संगीत ईशान डोभाल के द्वारा दिया गया है | इस गीत को भी लोगों द्वारा काफी पसंद किया गया और पांडवाज के कार्य को काफी लोगों ने सराहनीय बताया |
Tile Dharu Bola Garhwali Song by Amit Sagar
एक और गीत "तिले धारू बोला" जिसे अमित सागर ने आवाज़ दी है | यह गीत 2018 में रिलीज़ किया गया था | इस गीत का संगीत पांडवाज क्रिएशन्स के टेक्निकल हेड ईशान डोभाल ने दिया है |
Ishaan Dobhal
ईशान डोभाल Pandavaas के Music Producer & Technical Head हैं | ईशान डोभाल रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड के रहने वाले हैं | इन्होने अपनी स्कूली शिक्षा राजकीय इंटर कॉलेज, रुद्रप्रयाग से ग्रहण की है | इन्हे बचपन से ही स्कूल में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में रूचि थी | ईशान ने पढ़ाई करने के दौरान ही ठान लिया था कि उन्हें अपना म्यूजिक प्रोडक्शन हाउस ही खोलना है |Ishaan Dobhal, Srinagar (Uttarakhand)
ईशान ने संगीत की शिक्षा हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखंड से ग्रहण की है | ईशान ने थिएटर में मास्टर्स किया है | ईशान और उनके भाइयों के ग्रुप पांडवाज का सपना उत्तराखंड संस्कृति को विश्वभर मे पहचान दिलाना है |Ishaan Dobhal, Pandavaas
ईशान ने कुछ समय दिल्ली में रहकर नौकरी की फिर दिल्ली में ही स्टूडियो में काम करना शुरू किया | थोड़ा बहुत काम सीखने के बाद वापस अपने गांव चले आये और फिर यहाँ पर अपने सपने को साकार करने के लिए Pandavaas Creations नाम से अपना म्यूजिक स्टूडियो खोल लिया |
Kunal Dobhal
कुणाल डोभाल ने अपनी स्कूली शिक्षा राजकीय इंटर कॉलेज, रुद्रप्रयाग से ग्रहण की है | कुणाल कॉलेज के दिनों में ही थिएटर से जुड़ गए थे |कुणाल ने हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय से थिएटर और ड्रामा में मास्टर्स किया है | कुणाल पांडवाज क्रिएशन्स के क्रिएटिव डिज़ाइनर हैं और साथ ही The Creative Academy में गेस्ट फैकल्टी के रूप में कार्य कर रहे हैं| 2008 से 2012 तक मंडी हाउस में एक एक्टर के तौर पर काम कर चुके हैं| कुणाल अब अपने भाइयों ईशान और सलिल के साथ मिलकर पांडवाज क्रिएशन्स की म्यूजिक वीडियोस, वेब सीरीज और लघु डाक्यूमेंट्री फिल्मों के माध्यम से लोगों को उत्तराखंडी संस्कृति से रूबरू करना चाहते हैं |
Salil Dobhal
सलिल डोभाल की प्रारम्भिक शिक्षा राजकीय इंटर कॉलेज,रुद्रप्रयाग से हुई| इन्होने भी पोस्ट ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई पूरी की है | सलिल ने ड्राइंग और पेंटिंग से MA किया है |
Salil Dobhal's Photography, Srinagar
सलिल एक प्रोफेशनल फोटोग्राफर हैं | साथ ही पांडवाज क्रिएशन्स के सिनेमेटोग्राफर (डायरेक्टर ऑफ़ फोटोग्राफी) हैं और The Creative Academy में गेस्ट फैकल्टी के रूप में कार्य कर रहे हैं | अपने भाइयों की तरह ही इनका लक्ष्य भी उत्तराखंडी लोक-संस्कृति को पहचान दिलाना है जिसे आज लोग भूलते जा रहे हैं और साथ ही अपने म्यूजिक स्टूडियो के माध्यम से नयी-नयी प्रतिभाओ को मंच प्रदान कर रोजगार देना भी इनके लक्ष्य में शामिल है |
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