गाँधी जयंती भाषण - Gandhi Jayanti speech in Hindi
गाँधी जयंती भाषण - Gandhi Jayanti speech in Hindi
गाँधी जयंती - Gandhi Jayanti
गाँधी जयंती भारत का एक राष्ट्रीय त्यौहार है जिसे महात्मा गाँधी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 2 अक्टूबर (Mahatma Gandhi Jayanti) को मनाया जाता है | इसी दिन को संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा 'अंतराष्ट्रीय अहिंसा दिवस' घोषित किया गया है |मोहन दास करमचंद गाँधी - Mohandas Karamchand Gandhi
महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था | महात्मा गाँधी का पूरा नाम मोहन दास करमचंद गाँधी था | गाँधी जी को 'राष्ट्रपिता' और 'बापू' कहकर भी सम्बोधित किया जाता था | वर्ष 1915 में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने सबसे पहले गाँधी जी को 'महात्मा' कहकर सम्बोधित किया था | उसके बाद से ही गाँधी जी जनता के बीच 'महात्मा गाँधी' के रूप में लोकप्रिय हुए | वर्ष 1944 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने सर्वप्रथम महात्मा गाँधी को 'राष्ट्रपिता' कहकर सम्बोधित किया था|महात्मा गाँधी - Mahatma Gandhi
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में गांधी जी ने अहम् भूमिका निभाई थी | भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीय जनता को उन्होंने सत्य और अहिंसा के मार्ग को अपनाने का सुझाव दिया था |गाँधी जयंती भाषण - Gandhi Jayanti speech
महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात में हुआ था | इनके पिता का नाम करमचंद गाँधी और माता का नाम पुतलीबाई था | गांधी जी की पत्नी का नाम कस्तूरबा गाँधी था | गाँधी जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गुजरात से की और कानून की पढ़ाई करने के लिए उन्हें लंदन भेज दिया गया | यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से उन्होंने अपनी कानून की पढ़ाई की और फिर बैरिस्टर बनने हेतु इंग्लैंड चले गए | उनके जन्मदिवस 2 अक्टूबर के दिन ही भारत में गाँधी जयंती मनाई जाती है जबकि सम्पूर्ण विश्व में इस दिन को अंतराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है | महात्मा गाँधी जी ने अपने पूरे जीवन को सादगीपूर्ण तरीके से जीया | वे गुजरात के साबरमती आश्रम में रहा करते थे और चरखे पर अपने द्वारा ही कातकर बनाये गए सूती वस्त्रों को पहना करते थे | उन्होंने भारत की आज़ादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है | देश को आज़ाद कराने हेतु उन्होंने कई तरह के आंदोलन चलाये जिनमे से प्रमुख आंदोलन निम्न हैं -
- नमक आंदोलन - डांडी यात्रा
- असहयोग आंदोलन
- चम्पारण सत्याग्रह
- भारत छोड़ो आंदोलन
30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गाँधी जी की गोली मारकर हत्या कर दी थी | नाथूराम गोडसे एक हिन्दू राष्ट्रवादी थे | गाँधी जी की हत्या के दोनों षड्यंत्रकारियों नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे को 15 नवंबर 1949 को फांसी दे दी गयी थी | गाँधी जी का समाधि-स्थल राजघाट दिल्ली में स्थित है जिसमे देवनागरी लिपि में 'हे राम' लिखा गया है |
Gandhi Jayanti information
गाँधी जयंती भारत के तीन राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है | अन्य दो राष्ट्रीय अवकाश स्वतंत्रता दिवस - 15 अगस्त (Independence Day - 15 August) और गणतंत्र दिवस - 26 जनवरी (Republic Day - 26 January) को मनाये जाते हैं |Gandhi Jayanti special
संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) ने 15 जून 2007 को एक प्रस्ताव पारित किया जिसके बाद से 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस (International Day of Non-Violence) के रूप में मनाया जाने लगा|Gandhi Jayanti Whatsapp status 2018
Gandhi Jayanti (holiday)
गाँधी जयंती 2 अक्टूबर, देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में घोषित राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है | राष्ट्रीय अवकाश होने के कारण सभी कारखाने, डाकघर, बैंक आदि बंद रहते हैं | गाँधी जयंती को पूरे देश में हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है और गाँधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है |How is Gandhi Jayanti celebrated?
गाँधी जयंती 2 अक्टूबर के दिन देश के प्रतिष्ठित नेताओं द्वारा नयी दिल्ली में स्थित महात्मा गाँधी के समाधि-स्थल 'राजघाट' पर जाकर उन्हें फूल माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी जाती है | भारत के सभी हिस्सों में गाँधी जयंती को मनाया जाता है | गाँधी जी की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया जाता है | प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया जाता है | सभी लोगों को अहिंसा का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है | सभी स्कूलों, महाविद्यालयों में अलग-अलग तरह की प्रतियोगिताएं का आयोजन किया जाता है |गाँधी जयंती निबंध
Gandhi Jayanti celebration in schools
स्कूलों में विभिन्न तरह की प्रतियोगिताएं का आयोजन किया जाता है | चित्रकला प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, गाँधी जयंती पर निबंध प्रतियोगिता आदि संपन्न की जाती हैं | साथ ही गाँधी जी की मूर्तियों, चित्रों पर फूल मालाएं अर्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है | प्रार्थना सभा की जाती है | गाँधी जी के पसंदीदा भजन 'रघुपति राघव राजा राम' को भी गाया जाता है | प्रतियोगिताएं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्रों को स्कूल प्रबंधन के द्वारा सम्मानित किया जाता है | छात्र-छात्रों को नेकी और अहिंसा की राह पर चलने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है |Gandhi Jayanti 2018
प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी 2 अक्टूबर को गाँधी जयंती को पूरे हर्षोल्लास के साथ सम्पूर्ण भारत में मनाया जायेगा | मंगलवार '2 अक्टूबर 2018' को गाँधी जयंती के अवसर पर स्कूलों, कॉलेजों में विभिन्न तरह की प्रतियोगिताएं का आयोजन (Gandhi Jayanti programme) किया जायेगा | महात्मा गाँधी जी के समाधि-स्थल 'राजघाट' पर माल्यार्पण किया जायेगा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी | सभी लोगों को गाँधी जी द्वारा सुझाये गए सत्य और अहिंसा के मार्ग को अपनाने हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा | प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया जायेगा | साथ ही गाँधी जी के भजनो को गाकर उनको याद किया जायेगा | भारत की आज़ादी में गाँधी जी के योगदान को याद किया जायेगा |Gandhi Jayanti song
गाँधी जयंती पर गाँधी जी के पसंदीदा भजनो में से एक 'रघुपति राघव राजा राम पतीत पावन सीता राम' का गायन जरूर किया जाता है | गाँधी जी ने अपने पूरे जीवन में सत्य और अहिंसा के मार्ग को चुना | उनके मुताबिक ईश्वर सिर्फ एक है | बस अलग-अलग धर्मों ने उनके नाम अलग-अलग रख दिए हैं | उनके पसंदीदा भजन में भी यह बात उजागर होती है 'ईश्वर अल्लाह तेरो नाम, सबको संमति दे भगवान' | गाँधी जी के विचारों में 'अनेकता में एकता' वाली बात झलकती है |Gandhi Jayanti poster
प्रतिवर्ष 2 अक्टूबर को गाँधी जयंती के शुभ अवसर पर स्कूलों, कॉलेजों में अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं का आयोजन किया जाता है | इन प्रतियोगिताएं में से सबसे ज़्यादा रुझान बच्चों का जिन प्रतियोगिताएं की और होता है वे हैं - निबंध प्रतियोगिता और पोस्टर प्रतियोगिता | पोस्टर प्रतियोगिता में बच्चे अपने-अपने पोस्टर्स को बड़ी मेहनत से बनाते हैं और हर एक पोस्टर कोई न कोई सन्देश ज़रूर दर्शाता है | कोई महात्मा गाँधी के चित्र को बनता है तो कोई अहिंसा और सत्य के ऊपर आधारित कोई पोस्टर बनाता है |Gandhi Jayanti information in Hindi
भारत के सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में 2 अक्टूबर को गाँधी जयंती मनाई जाती है | गाँधी जयंती महात्मा गाँधी जी के जन्मदिवस पर मनाया जाने वाला एक राष्ट्रीय त्यौहार है जिसे एक राष्ट्रीय अवकाश भी घोषित किया गया है | 2 अक्टूबर का दिन केवल भारत के लिए ही नहीं अपितु पूरे विश्व के लिए ख़ास दिन है | इस दिन भारत में तो गाँधी जयंती मनाई जाती है और संपूर्ण विश्व में इस दिन को 'अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस' के रूप में मनाया जाता है | स्कूलों में अनेक तरह की प्रतियोगिताएं का आयोजन किया जाता | गाँधी जी एक उच्च विचार और सादा जीवन जीने वाले व्यक्ति थे | वे एक शाकाहारी थे और उन्होंने पूरी दुनिया को केवल सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाया | अपना पूरा जीवन उन्होंने सादगी से जीया | गाँधी जी एक ऐसे महापुरुष थे जिन्होंने देश के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया|Gandhi Jayanti quotes
सत्य और अहिंसा का पाठ जिसने सबको पढ़ाया
पूरी दुनिया को सत्य-अहिंसा का मार्ग सुझाया
ऐसे महापुरुष को करो शत शत नमन
जिसने देश के लिए समर्पित किया पूरा जीवन
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