माँ का दुलारा - Poem for Son in Hindi
माँ का दुलारा - Poem for Son in Hindi
माँ बोली अपने नन्हे बेटे को
तू है मेरी आँखों का तारा
मुझको तू है बहुत दुलारा
तेरे आने से ज़िन्दगी में हुआ नया सवेरा
मेरे माँ बनने का ख्वाब तूने किया है पूरा
जबसे तू है गोद में आया
मैंने खुद को बिलकुल बदला हुआ पाया
माँ होने का एहसास, तूने मुझे दिलाया
मेरे ज़िन्दगी का हर पल है तेरे नाम
सम्भालूंगी तुझको सुबह हो या शाम
जब लेती हूँ तुझको इन बाहों में
देखती हूँ तेरी इन निगाहों में
आ जाता है तुझ पर और भी प्यार
तुझसे ही तो है जुड़ा मेरा संसार
काला टिका लगाए रखती हूँ, तुझ पर हर पहर
ताकि लग न जाए, तुझे किसी की नज़र
तुझमे ही तो बस्ती है मेरी जान
मुझको सबसे प्यारी लगती, है तेरी मुस्कान
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