इश्क़ खुदा की इबादत - Best hindi love poem to propose a girl
इश्क़ खुदा की इबादत - Best Hindi love poem to propose a girl
ये इश्क़ नहीं आसां,ये हमने जान लिया
कौन अपना है कौन पराया,ये पहचान लिया
कहने को तो इश्क़ है एक इबादत
सबका इश्क़ हो जाये कामयाब
खुदा भी नहीं देता इसकी इज़ाज़त
इश्क़ में होते हैं बहुत से ज़ज़्बात
जब दिल टूटता है तो यही जज़्बात
बह जाते हैं बनके आँसुओं का सैलाब
इश्क़ है एक एहसास,जिस से हो जाये
उसके हर पल रहना चाहते हैं पास
इश्क़ में मिल जाये हर एक को मंजिल,ये नहीं है जरुरी
कभी-कभी इश्क़ करने वालों के सामने ,आ जाती है कोई मज़बूरी
जिस कारण उनके इश्क़ को
नहीं मिल पाती मंजूरी
लेकिन जब दो दिलों में,होता है सच्चा प्यार
उनको मिलने से नहीं रोक,सकती कोई भी दीवार
चाहे घरवाले उठा ले तलवार
उनको जुदा करना नामुमकिन,होता है यार
आपको भी है इश्क़ किसी से,तो जता दो
अपने दिल की बात उनको बता दो
इश्क़ का सफर कठिन होते हुए,भी होता है सुहाना
जिसने किया इश्क़ ये बात,तो वही है जाना
सारी दुनिया ने भी,इश्क़ का लोहा है माना
नया हो या पुराना हो ज़माना
इश्क़ है खुदा की इबादत, ये पूरी दुनिया ने है माना
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